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Gostkhor By Ravindra Kant Tyagi

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   “गोश्तखोर’ (कहानी संग्रह) द्वारा : रवींद्र कान्त त्यागी  विधा : कहानी  देवप्रभा प्रकाशन द्वारा प्रकाशित  मूल्य : 200.00  प्रथम संस्करण : 2022   समीक्षा क्रमांक : 190 वरिष्ठ साहित्यकार रविन्द्र कान्त त्यागी जी द्वारा सृजित 30 कहानियों का संग्रह है “गोश्तखोर”, जिसकी अधिकतर कहानियाँ पश्चिमी उत्तर प्रदेश के परिवेश में लिखी गयी हैं किन्तु सभी के भाव , एवं विषय वस्तु सर्वथा भिन्न हैं. पुस्तक का आमुख, प्रगति गुप्ता जी ने बहुत जतन से, सोच विचार कर, संक्षिप्त एवं सार्थक रूप में प्रस्तुत किया है जो पुस्तक पर निष्पक्ष राय प्रस्तुत करता है.   यह तो विदित है एवं सर्वमान्य भी कि, भले ही वे लेखकों की साहित्यिक कृतियाँ हों, अथवा किसी अन्य विधा के कलाकार द्वारा अपनी विधा के अनुरूप दी गयी प्रस्तुति. सभी कमोबेश अपने अपने माध्यम से समाज की तात्कालिक संरचना, गुण-दोष एवं व्यवस्था में परिवर्तन की आवश्यकताओं के संग सामाजिक बदलाव जैसे विषय  प्रस्तुत करते हैं अथवा करने का प्रयास तो अवश्य ही करते हैं एवं उनके ये सृजन अथवा प्रस्तुति, अमूमन समाज पर अपना प्रभ...

Do Shabdon Ke Beech Mein Chhuti Hui Jagah By Hargovind Puri

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  दो शब्दों के बीच में छूटी हुयी जगह   द्वारा : हर गोविन्द पुरी  विधा : कविता  New World Publication द्वारा प्रकाशित  प्रथम संस्करण 2025 मूल्य : 250  समीक्षा क्रमांक : 189    प्रकाशित कृतियों कि दृष्टि से अथवा कविताओं के विषय एवं पाठकों के बीच उनकी लोकप्रियता को पैमाना मानें तो हरगोविंद जी को खासा स्थान प्राप्त है . अब तलक उनके कई कविता संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं जिनमे "पिता की नींद", “उदास आंखों के सपने”, “कविता बोलती है”, “मां का आंचल” आदि प्रमुखता से उल्लिखित किये जा सकते हैं वहीँ , समय समय पर उनकी रचनाएं विभिन्न स्थापित पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशित  होती रहती हैं अतः सहज ही स्पष्ट है कि उनके सृजन को पाठकों का अच्छा प्रतिसाद प्राप्त होता है. एवं मेरी दृष्टि में इसका मूल भूत कारण उनका सामान्य जन का कवि होना ही हैं .  एक आम इंसान के भाव ही उनकी कविता में हमें शब्द रूप में दीखते हैं . उनकी कविताओं में उनके जमीन से जुड़े हुए होने की तस्दीक अमूमन हर रचना करती  है और चूंकि वे सामान्य जन कि बात उन्हीं कि भाषा में व्यक्त करते हैं इस...