Sundar Sooktiyan By Heero Wadhvani
सुन्दर सूक्तियां सूक्तिकार : हीरो वाधवानी प्रकाशक : अयन प्रकाशन प्रस्तुत पुस्तक “सुन्दर सूक्तियां” साहित्य में गद्य एवं पद्य की विद्यमान प्रसिद्द ,चर्चित एवं प्रचलित विधाओं से हट कर लुप्त होती विधा है। सूक्ति के क्षेत्र में उस रूप में लेखन की अधिकता नहीं देखने को मिलती जितनी गद्य और कविता में की जा रही है , हालांकि क्षणिका और छंद में भी कम कार्य हुआ है किन्तु , अभी भी उनकी उपस्थिति अनुभव कर ली जाती है। सूक्तियों के माध्यम से भाव प्रकट करना रचनाकार हेतु एक कठिनतम कृत्य है जहाँ शब्द न्यूनतम होते हुए भी उन्हें सम्पूर्ण सन्देश प्रकट करने की अनिवार्यता भी होती है। निःसंदेह यह एक जटिल लेखन की विधा है तथा सूक्ति लेखन, अत्यंत तजुर्बेकार, भावनाओं की अभिव्यक्ति में स्पष्टता, एवं वृहद् शब्द ज्ञान रखने वाले व्यक्ति द्वारा ही संभव है। यूं तो यह लुप्तप्राय विधा है किन्तु इसके साथ ही साथ यह वर्तमान प्रचलित लीक से हटकर कुछ अलग करने की पहल भी है , जिसे वाधवानी जी ने अपने लेखन के माध्यम से सम्मुख रखने का सफल यत्न किया है । सूक्तियों के माध्यम से वे न